गुप्त नवरात्रि पर्व
प्रारंभ : 13 जुलाई (शुक्रवार) 2018
समापन : 21 जुलाई (शनिवार) 2018
“नवरात्र पूजा विधान”
आषाढ़ नवरात्र गुप्त नवरात्रों के नाम से भी जाने जाते हैं.
आषाढ़ महीने यानी जून और जुलाई माह में पड़ने के कारण इन नवरात्रों को आषाढ़ नवरात्र कहा जाता है, हालाँकि देश के अधिकतर भाग में गुप्त नवरात्रों के बारे में लोग नहीं जानते हैं.
उत्तरी भारत जैसे हिमाचल प्रदेश, पंजाब , हरियाणा, उत्तराखंड के आस पास के प्रदेशों में गुप्त नवरात्रों में माँ भगवती की पूजा की जाती है.
माँ भगवती के सभी 9 रूपों की पूजा नवरात्रों के भिन्न – भिन्न दिन की जाती है , अतः आइये देखते हैं इन दिनों में किस देवी की पूजा कब की जानी चाहिए
13 जुलाई (शुक्रवार) ,2018 : घट स्थापन एवं माँ शैलपुत्री पूजा
14 जुलाई (शनिवार) 2018 : माँ ब्रह्मचारिणी पूजा
15 जुलाई (रविवार) 2018 : माँ चंद्रघंटा पूजा
16 जुलाई (सोमवार) 2018: माँ कुष्मांडा पूजा
17 जुलाई (मंगलवार) 2018 : माँ स्कंदमाता पूजा
18 जुलाई (बुधवार) 2018 : माँ कात्यायनी पूजा
19 जुलाई (बृहस्पतिवार) 2018: माँ कालरात्रि पूजा
20 जुलाई (शुक्रवार) 2018 : माँ महागौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी
21 जुलाई (शनिवार ) 2018: माँ सिद्धिदात्री, नवरात्री पारण
नवरात्रों में माँ भगवती की आराधना दुर्गा सप्तसती से की जाती है , परन्तु यदि समयाभाव है तो भगवान् शिव रचित सप्तश्लोकी दुर्गा का पाठ अत्यंत ही प्रभाव शाली एवं दुर्गा सप्तसती का सम्पूर्ण फल प्रदान करने वाला है.