पुखराज रत्न गुरु का रत्न है। पुखराज रत्न धारण करने से कुंडली में बैठे गुरु के शुभ फल प्राप्त होते हैं। पुखराज रत्न पहनने से विवाह में आ रही देरी और परेशानियां भी दूर होती हैं। लेक.....
शुभ ग्रहों के प्रभाव में वृद्धि और अनिष्ट ग्रहों के कुप्रभाव के निवारण हेतु उपयुक्त ग्रह रत्न (नग) धारण करने अत्यन्त लाभदायक सिद्ध होते हैं। अपनी जन्म कुंडली में स.....
लाजवर्त को धारण करने के बाद व्यक्ति पर राहु, शनि और केतु का दुष्प्रभाव खत्म हो जाता है । शनि , राहु और केतु के प्रकोप से बचाता है और दुर्भागय को दूर कर के व्यक्ति को सफ.....
ज्योतिष शास्त्र मानता है कि रत्नों को कुंडली के अनुसार धारण करने से रत्न जातक में रोगों से लड़ने की शक्ति पैदा करते हैं। आयुर्वेद में रत्नों की भस्म द्वारा रोग निव.....
पन्ना हरे रंग रत्न है जो खानो में पाया जाता है । यह बुध ग्रह का प्रिये रत्न है । अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील एवं भारत आदि देशो खानो में उपलब्ध है । यह षट्भुजीय होता है वैसे यह हरे रंग .....
हीरे केवल सफ़ेद ही नहीं होते अशुद्धियों के कारण इसका शेड नीला, लाल,संतरा,पिला,हरा,और काला भी होता है,हरा हीरा सबसे दुर्लभ है,हीरे को यदि oven में 763 डिग्री सेल्सियस पर गर्म किया जाये तो जलकर कार्ब.....
आयुर्वेद के अनुसार भी रत्नो की ओषधि में उपयोग अति महतपूर्ण है,रत्नो की केवल भस्म ही नहीं बनाई जाती वरन उनकी पिष्टी ओषधि के रूप में भी इस्तेमाल होती है,इन रत्न भस्मो को सामान्य तथा कठिन रोगो .....
माणिक्य --माणिक्य रत्न सूर्य का है,जिस व्यक्ति की जन्म कुण्डली में सूर्य शुभ भावो का स्वामी हो तो उस भाव को बढ़ाने के लिये माणिक्य रत्न धारण करना ही लाभदायक रहता है,
पश्चिमी देशो में लोग जन्म तारीख के आधार पर रत्न धारण करते है,आजकल भारतीय लोग भी जन्म तारीख के अनुसार रत्न धारण करते है,ऐसे स्टोन को 'बर्थ स्टोन 'कहा जाता है,जिसके पास जन्म कुंडली नहीं है तथ.....